Vande Bharat Express : राजस्थान के लोगों को मिली पहली वंदेभारत एक्सप्रेस, शताब्दी से 1 घंटा पहले अजमेर पहुंचाएगी
नई दिल्ली, 12 अप्रैल। Vande Bharat Express : राजस्थान को पहली वंदे भारत एक्सप्रेस मिल गई है. दिल्ली से अजमेर रूट पर चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुभारंभ किया। वंदे भारत और शताब्दी ट्रेन एक ही रूट पर चलेंगी, लेकिन वंदे भारत ज्यादा तेज चलेगी और शताब्दी की तुलना में एक घंटा पहले यात्रियों को दिल्ली से अजमेर पहुंचाएगी।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पीएम मोदी ने आज राजस्थान की जनता को सेकेंड जनरेशन की उन्नत वंदे भारत ट्रेन दी है।अजमेर से दिल्ली को जोड़ने वाली ये वंदे भारत राजस्थान की पहली और देश की 15वीं वंदे भारत ट्रेन है। राजस्थान में रेल कार्यों को गति देने के लिए पीएम मोदी ने अधिक बजट का आवंटन किया है। 2014 से पहले साल में 650 करोड़ के आसपास का बजट था, 2022-23 में इसे बढ़ाकर 9500 करोड़ राजस्थान को दिए गए हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस राजस्थान के जयपुर और दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशनों के बीच चलेगी। इस वंदे भारत एक्सप्रेस की नियमित सेवा 13 अप्रैल से शुरू होगी। यह अपने रूट पर जयपुर, अलवर और गुड़गांव में स्टॉप लेगी। वंदे भारत एक्सप्रेस दिल्ली से अजमेर 5 घंटे 15 मिनट में पहुंचेगी। जबकि, उसी मार्ग पर वर्तमान में चलने वाली सबसे तेज ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस 6 घंटे 15 मिनट का समय लेती है। यानी नई वंदे भारत एक्सप्रेस उसी रूट पर 60 मिनट तेज चलेगी।
अजमेर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस हाई-राइज ओवरहेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) क्षेत्र पर चलने वाली दुनिया की पहली सेमी-हाई-स्पीड पैसेंजर ट्रेन होगी। यह ट्रेन राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों, पुष्कर और अजमेर शरीफ दरगाह सहित अन्य स्थानों से कनेक्टिविटी में सुधार करेगी, जहां साल भर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। बढ़ी हुई कनेक्टिविटी से क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अप्रैल को चेन्नई में चेन्नई-कोयंबटूर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी। सिकंदराबाद-तिरुपति वंदे भारत एक्सप्रेस के बाद उसी दिन हरी झंडी दिखाने वाली यह सेमी-हाई-स्पीड क्लास की दूसरी ट्रेन थी, जो तेलंगाना के सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन से निकली थी। इससे पहले जनवरी में पीएम मोदी ने सिकंदराबाद और विशाखापत्तनम के बीच भारत की आठवीं वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी।
देश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस वाराणसी से दिल्ली के रूट पर चलाई गई थी, जिसकी सफलता और सुविधाओं के चलते इसे पूरे देश के हिस्सों को जोड़ने के लिए चरणबद्ध तरीके अलग-अलग रूट पर शुरू किया जा रहा है। वंदे भारत एक्सप्रेस स्वदेशी निर्मित, सेमी-हाई स्पीड और सेल्फ प्रोपेल्ड ट्रेन है और मात्र 52 सेकेंड में 100KMPH की रफ्तार पकड़ लेती है। यह ट्रेन अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस है, जो यात्रियों को तेज, अधिक आरामदायक और अधिक सुविधाजनक यात्रा अनुभव प्रदान करती है।