Success of Durg Police : 500 से ज्यादा आटो और 25 सीसीटीवी फुटेज, ऐसे पकड़े गए कैंसर का इलाज कराने आए बुजुर्ग के लुटेरे
दुर्ग, 17 जनवरी।Success of Durg Police : विगत 13 जनवरी वाईसेप ब्रिज के पास एक बुजुर्ग के साथ हुई लूट की वारदात के आरोपी को पकडऩे में दुर्ग पुलिस ने सफलता हासिल की है। कैंसर पीडि़त बुजुर्ग के साथ हुई इस लूट की घटना को संवेदनशील तरीके से लिया और तत्काल आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। करीब दो दर्जन से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज को खंगालने और 500 से ज्यादा आटो चालकों की जांच करने के बाद इन लूट के चारों आरोपियों को दुर्ग सीएसपी की टीम ने खोज निकाला। घटना के तुरंत बाद पुलिस अधीक्षक दुर्ग-अभिषेक पल्लव के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर संजय ध्रुव एवं नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग बैंकर वैभव रमणलाल के नेतृत्व में सीएसपी स्काट और एसीसीयू की संयुक्त टीम गठित कर मामले की विवेचना शुरू की। जिसमें टीम को सीसीटीवी फुटेज और आटो में लूट करने वाले पुराने आरोपियों की तस्दीक और गाड़ी नंबर के आधार पर आरटीओ से चेक करने एवं मैन्यूअल चेकिंग हेतु अलग-अलग टीम बनाई गई थी। जिसमें प्रार्थी के बताये अनुसार आटो कमांक 2743 मुंबर के आटो मालिक का आरटीओ कार्यालय से पता करने पर सूर्य प्रकाश सोनी निवासी बेरला जिला बेमेतरा का होना पाया गया।
दुर्ग मोटर्स का कार्यालय चार-पांच साल पहले बंद
जिसमें (Success of Durg Police) दुर्ग सीएसपी द्वारा बेमेतरा पुलिस से संपर्क कर दिये गये पते के आधार पर पता तलाश करने बोला गया था। जिसमें बेरला पेट्रोलिंग द्वारा सूर्य प्रकाश सोनी से सम्पर्क किया गया जिसमें उसके द्वारा बताया गया कि गाड़ी को वर्ष 2016 में दुर्ग मोटर्स पॉलीटेक्नीक फालेज के सामने दुर्ग से एक्सचेंज कर दूसरी गाड़ी ली गई थी। सिविल टीम द्वारा पता करने पर दुर्ग मोटर्स का कार्यालय चार-पांच साल पहले बंद होना पाया गया। आसपास संपर्क करने से पता चला कि उसकी दूसरी ब्रांच जीके इलेक्ट्रीक राजेन्द्र पार्क चौक दुर्ग में है यहां जाकर पता करने पर ब्रांच बंद होने से पुराना रिकार्ड का होना नहीं पाया गया। उसके बाद एक टीम सीसीटीवी फुटेज में लगी थी उसमें भी फुटेज स्पष्ट नहीं आने से कार्य को आगे बढ़ाने के लिये टीम को मेन्यूअली तलाश पर लगाया गया जिसमे सिविल टीम द्वारा दुर्ग भिलाई के लगभग पांच सौ से ज्यादा आटो की खोजबीन की गई।
लावारिश हालत में मिली थी आटो
उसी तारतम्य में खुर्सीपार होण्डा शोरूम के पीछे आये कमांक सीजी 07 डी 2743 संदिग्ध हालत में पड़ी मिली जिसे टीम (Success of Durg Police) द्वारा दूर से ही निगरानी रख रही थी । ग्रामवर के आगे पर पुलिस टीम मुसाफिर बनकर उसके पास पहुंची और उसे पूछताछ हेतु पद्ममामपुर थाना लाया गया। प्रारंभिक पूछताछ में ड्रायवर द्वारा किसी भी घटना में शामिल होने से इंकार कर दिया लेकिन सिविल टीम के लगातार और पूछताछ के आगे ड्रायवर ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर घटना को अंजाम देना स्वीकार कर लिया एवं लूट की रकम को आपस में बांट लेना बताया। तत्काल सिविल टीम एवं एसीसीयू की टीम द्वारा घेराबंदी कर बचे हुये आरोपियों को दबोचा गया। सभी आरोपियों को पद्मनाभपुर थाना लाकर सघन पूछताछ की गई जिसमें आरोपियों ने नगदी 36000रू. एवं एक नग मोबाईल फोन लूट करना स्वीकर किये। सभी आरोपियों से प्रार्थी से लूटी हुई जुमला रकम 19000रू. और मोटोरोला कंपनी का मोबाईल फोन जप्त किया गया शेष रकम को खाने पीने में खर्च हो जाना बताये। आरोपियों के विरुद्ध अग्रिम वैधानिक कार्यवाही थाना पद्मनाभपुर से की जा रही है।
दुर्ग पुलिस (Success of Durg Police) द्वारा पकड़े गए आरोपियों में जैकी सिंह पिता स्व. राजकुमार उम्र 30 साल निवासी केम्प-1 अर्जुन नगर दिवाकर पार्षद के घर के पास छावनी, मुबारक हुसैन पिता नबी हुसैन उम्र 34 साल निवासी उडिय़ा मोहल्ला बसंत टाकीज के पीछे केम्प-1, भिलाई, हरदीप सिंह उर्फ बंटी पिता चरणजीत सिंह उम्र 33 साल निवासी यादव हॉटल के पास अवंती बाई चौक कोहका भिलाई थाना वैशाली नगर और डोमनिक फ्रांसिस पिता जोसिफ फ्रांसिस उम्र 28 साल निवासी सैय्यद आटोडिल के पीछे टाटा लाईन केम्प-1 भिलाई थाना छावनी को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से लूट की रकम नगदी रकम 19000 रू. एवं मोटोरोला कंपनी का मोबाईल फोन बरामद किया गया है। आरोपियों पर पद्मनाभपुर पुलिस ने अपराध की धारा 42/23 के तहत कार्यवाही की जा रही है।
उपरोक्त कार्यवाही में निरीक्षक राजीव तिवारी थाना प्रभारी पद्मनागपुर, राउनि गंगाप्रसाद श्रीवास, एसीसीयू के प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा, सउनि शमित मिश्रा, सिविल टीम के आरक्षक जावेद खान, किशोर सोनी, नासीर बक्स, थॉमसन पीटर, कमलेश यादव, गौर सिंह, प्रशांत पाटणकर, भरथरी निषाद एवं एसीसीयू दुर्ग के आरक्षक प्रदीप सिंह, संतोष गुप्ता, धीरेन्द्र यादव, नरेन्द्र सहारे, अजय कुमार यदु की उल्लेखनीय भूमिका रही।