Teacher’s Day : शिक्षक दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायगढ़ जिले के 418 स्कूली कार्यों का किया लोकार्पण
रायगढ़, 05 सितम्बर। Teacher’s Day : शिक्षक के दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना से अब तक पूर्ण हुए कार्यों का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर में आयोजित कार्यक्रम से वर्चुअल लोकार्पण किया। जिसमें रायगढ़ जिले में अब तक पूरे हो चुके 418 स्कूली कार्य भी लोकार्पित हुए।
मुुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल विद्या का मंदिर है। इन्हें जीर्ण-शीर्ण नहीं रखा जा सकता। हमने 2100 करोड़ रुपए की मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के माध्यम से जीर्ण-शीर्ण स्कूलों के जीर्णोद्धार की योजना तैयार की। आज 7 हजार 688 स्कूलों एवं इनमें 464 अतिरिक्त कक्षों के निर्माण कार्य का लोकार्पण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हम गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का संकल्प लेकर आये थे। किसानों की माली हालत खराब थी। वनोपजों का बेहतर दाम नहीं मिल पा रहा था। इलाज के लिए सुविधा नहीं थी। बस्तर में नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्कूल भवन ध्वस्त कर दिए थे। आज जो बड़े पैमाने पर स्कूलों का जीर्णोद्धार हुआ है उसके पीछे हमारी शिक्षा की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। पहले अंग्रेजी स्कूल शासन द्वारा संचालित नहीं होता था। अब यह शासन द्वारा संचालित है। यहां पढ़ाई अच्छी है। इसलिए एडमिशन की भी काफी डिमांड है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। 1318 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गये।
स्कूल शिक्षा मंत्री रविन्द्र चौबे ने अपने उद्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अंतर्गत 8000 से भी अधिक स्कूलों में 2100 करोड़ रुपए की लागत से मरम्मत एवं कायाकल्प का कार्य हो रहा है। आज 1300 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिला। इममें से ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के युवा हैं, मैं उन्हें बधाई देता हूँ। मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के वर्चुअल कार्यक्रम में रायगढ़ से कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा, सीईओ जिला पंचायत जितेन्दर यादव, डिप्टी कलेक्टर रेखा चन्द्रा, जिला शिक्षा अधिकारी बी.बाखला सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी एवं जिले के विभिन्न क्षेत्रों से ग्रामवासी उपस्थित रहे।
कलेक्टर सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत जिले के शासकीय स्कूल भवनों की मरम्मत, रंग-रोगन एवं आवश्यक अधोसंरचना के निर्माण का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। अब तक 418 कार्य पूरे किये जा चुके है। जिले के जिन स्कूलों में कार्य पूरा हो गया है, वे बिल्कुल नए स्वरूप में नजर आ रहे हैं। यहां बच्चों को बेहतर परिवेश में पढऩे की सुविधा मिल रही है।
जिले के पालकों ने मुख्यमंत्री बघेल से संवाद कर जताया आभार
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने रायगढ़ जिले के अभिभावकोंं से भी संवाद कर उनके क्षेत्र के स्कूलों में हुए निर्माण कार्य के संबंध में चर्चा की। जिसमें धरमजयगढ़ विकासखण्ड के कटाईपाली-सी से आये हरिराम राठिया ने कहा कि धरमजयगढ़ के कई स्कूल पहले जर्जर हो चुके थे। जहां बच्चे स्कूल पढऩे आने से भी घबराते थे। लेकिन आज मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अंतर्गत स्कूलों का जीर्णोद्धार हुआ है और स्कूल अब बेहतर हो गए है। स्कूलों में टाईल्स लग गया है, शौचालयों की मरम्मत की गई है। वहीं स्कूलों के रंगाई-पोताई होने से स्कूल भी चमकने लगा है। उन्हीं स्कूलों में अब बच्चे भी बड़े उत्साह से पढऩे जा रहे है। इसी कड़ी में लैलूंगा विकासखण्ड के ग्राम-मोहनपुर की दीपिका वैष्णव ने बताया कि लैलूंगा के जिन स्कूलों का जीर्णोद्धार हुआ है वे सभी स्कूल अब प्रायवेट स्कूल जैसे नजर आ रहे है। यहां के शैक्षणिक संस्थानों में आवश्यक मरम्मत एवं अधोसंरचना का निर्माण कराया गया। साथ ही जो भवन जर्जर एवं अनुपयोगी हो गये थे उसको रिपेयरिंग करते हुए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त कमरों का निर्माण किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना से जिले के स्कूल संवर गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल बढिय़ा हो गया है। अब रख-रखाव करते रहिए। पालक समिति इस पर ध्यान देती रहे।