
नवभास्कर न्यूज.बल्लभगढ़ः
सेक्टर 4 पटेल नगर फरीदाबाद में चल रहे एक स्वास्थ्य जांच शिविर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा। इस जांंच शिविर मेंं आंखों की जांच,हड्डियों की जांच व अन्य कई प्रकार की जांंच की जा रही थी। जिसकी एवज में रोगियों से ₹100 फीस ली जा रही थी और उसके बाद चश्मे और दवाइयों के नाम पर 800 से 2000 रुपये वसूले जा रहे थे।
पटेल नगर में रहने वाले एक व्यक्ति ने इसकी सूचना मीडिया को दी। उसने बताया कि यह जांच शिविर स्वास्थ्य विभाग की बिना किसी परमिशन के चलाया जा रहा है। जब शिविर के कर्मचारियों से इस संबंध में मीडियाकर्मियों ने बात करने का प्रयास किया गया तो वहां पर कर काम कर रहे लोगों ने कोई भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच शिविर का आयोजन करने के लिए परमिशन लेटर नहीं दिखाया और आनन फानन में अपने कैम्प को बंद करके भागने की कोशिश करने लगे। इस पर स्थनीय लोगोंं ने उन्हें पकड लिया। इसकी सूचना मीडियाकर्मियों ने फरीदाबाद सीजीएम मंगलेश कुमार चौबे और बल्लभगढ़ एसडीएम त्रिलोकचंद को दी। इसके बाद बल्लभगढ़ स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और मामले का संज्ञान लिया। बल्लभगढ़ सिविल हॉस्पिटल के एस एम ओ डॉक्टर मान सिंह व डिप्टी एस एम ओ डॉक्टर यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पटेल नगर पहुंचे। पटेल नगर में लग रहे जांच शिविर का जब उन्होंने निरीक्षण किया तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा जाँच शिविर लगाने का परमिशन लेटर जाँच शिविर के कर्मचारी नहीं दिखा पाए। जब उनसे डिग्री की मांग की गई तो जांच शिविर के कर्मचारियों पर कोई भी डिग्री नहीं पाई गई। जब स्वास्थ विभाग की टीम ने उस शिविर में निरीक्षण किया तो वहां पर कंप्यूटर लैपटॉप प्रिंटर और आंखों की जांच करने में काम आने वाली मशीन व दवाइयां पाई गई । इन दवाइयों में एंटीबायोटिक दवाई ,आंखों में डालने वाली दवाई, पथरी को खत्म करने वाली दवाई व अन्य कई और दवाइयां पाई गई जो कि गैरकानूनी तौर पर वहां पर दी जा रही थी, जिसका अधिकार शिविर में रह रहे कर्मचारियों को नहीं था क्योंकि उसको डॉक्टर्स की निगरानी में ही दिया जाना उचित और सुरक्षित था। लेकिन जांच शिविर में रह रहे कर्मचारी अपने आप ही इन दवाइयों को दे रहे थे जिससे किसी व्यक्ति को कुछ भी नुकसान हो सकता था। बल्लभगढ़ के सिविल हॉस्पिटल के एस एम ओ डॉक्टर मान सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सेक्टर 8 चौकी में फोन करके पुलिस टीम को मौके पर बुला लिया और वहां का सारा सामान जब्त कराकर सेक्टर 7 थाने में ले गए ,जहां पर सारी दवाइयों को और सारे सामान को सील कर दिया गया और शिविर में काम कर रहे कर्मचारियों के खिलाफ भिन्न-भिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया।