
–सुश्रावक मेहुल भाई जैन ने गुरुदेव की यशोगाथा का किया गुणगान
-श्री आत्मानन्द जैन सभा द्वारा किया महोत्सव का आयोजन
-विधायिका सीमा त्रिखा व विधायक नरेंद्र गुप्ता अतिथि के रूप में पहुंचे
नवभास्कर न्यूज.बल्लभगढ़ः जैन आचार्य विजय वल्लभ सूरिश्वर महाराज के ससंघ गुजरांवाला पाकिस्तान से भारत आगमन के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रविवार को गुरु वल्लभ स्मृति महोत्सव बेहद ही श्रृद्धाभाव के साथ मनाया गया। श्री आत्मानन्द जैन सभा फरीदाबाद के तत्वाधान में आयोजन श्री आत्म वल्लभ जैन भवन सेक्टर-16 फरीदाबाद में किया गया। जिसमें गुरुदेव के यशोगाथा का गुणगान चेन्नई के सुश्रावक मेहुल जैन ने किया।
महोत्सव जैन साध्वी प्रीति रत्ना, प्रीति सुधा व प्रीति यशा की प्ररेणा व निश्रा में आयोजित किया गया। महोत्सव का शुभारम्भ श्री आत्मानन्द जैन सभा के अध्यक्ष राजकुमार जैन ओसवाल, रोहिणी श्री संघ के प्रधान अशोक जैन, सहित अन्य पदाधिकारी व समाज के अन्य लोगों ने गुरुदेव की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर उन्हें माल्याअर्पण करके किया। इस दौरान बड़खल विधायिका सीमा त्रिखा व फरीदाबाद विधायक नरेंद्र गुप्ता सहित सभा के महासचिव सुशील जैन, सचिव विनीत जैन, चातुर्मास संयोजक पंकज जैन, एम.एल.गुप्ता सेवानिवृत आईएएस, एस.पी.चौहान, एल.सी.मेहता,विवेक जैन,सुमित जैन सहित जैन समाज के आई.सी.जैन सहित फरीदाबाद सहित दिल्ली व लुधियाना जैन समाज के सैकड़ों लोग मौजूद थे।
महोत्सव के शुरूआत में भजन गायक श्याम सुदंर कालड़ा व उनकी टीम ने गुरुदेव के चरणों में भजन के माध्यम से अपने पुष्प अर्पित किए। इसके बाद गुरुदेव की यशोगाथा का गुणगान करने वाले मेहुल जैन ने कहा कि धर्म को अच्छे से चलाने के लिए उनके गुरु चुस्त होने चाहिए। उन्होंने कहा कि गुरु को सब मानते हैं लेकिन गुरु का कोई-कोई मानता है। इसलिए गुरुओं के बताए रास्ते पर चलने से कभी कष्ठ नहीं होता। उन्होंने कहा कि पंचमकाल में सब कुछ मिल जाएगा लेकिन पंचमहाव्रतधारी साधु-साध्वी नहीं मिलते। इस दौरान उन्होंने गुरु वल्लभ की यशोगाथा का इस ढंग से गुणगान किया कि जैन समाज के लोग पूरी तरह मंत्र-मुग्ध हो गए।
(योगेश अग्रवाल.9810366590)