
नवभास्कर न्यूज.चंडीगढ़ः अग्रवाल वैश्य समाज स्टूडेंट आर्गेनाईजेशन ने यूजीसी द्वारा जारी गाइडलाईन के तहत महाविद्यालयों में अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा आयोजित करवाने का कड़ा विरोध किया है। आर्गेनाईजेशन के प्रदेश संयोजक कोणार्क बुवानीवाला ने कहा कि यूजीसी की इस गाइडलाईन ने देशभर के करोड़ों छात्रों का भविष्य खतरें में डाल दिया है। कोविड-19 ने देश के हालात बदत्तर स्थिति में पहुंचा दिए है, जिस कारण पिछले 4 महीनों से छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई है। इस स्थिती में बिना तैयारी परीक्षाऐं आयोजित करवाने की घोषणा बड़ी तादात में छात्रों को प्रभावित करेगी। कोणार्क बुवानीवाला ने कहा कि देश कोरोना मामलों में तीसरे स्थान पर बढ़ गया है, कोरोना मरीजों की संख्या प्रतिदिन रिकार्ड स्तर पर बढ़ रही है इन बिगडें हालात में केन्द्र सरकार व यूजीसी का फैसला बताता है कि उनके लिए छात्रों के सपने, शैक्षिक अवसर, नौकरियां और सबसे महत्वपूर्ण मानसिक स्वास्थ्य का कोई भी मतलब नहीं रहता। इस फैसले से बिना किसी लाभ के छात्रों में अनिश्चितता बढ़ेगी। कोणार्क बुवानीवाला ने कहा कि जब मंत्रियों की सुरक्षा के लिए संसद को बंद किया जा सकता है तो छात्रों की सुरक्षा के लिए उन्हें बिना परीक्षा प्रमोट क्यों नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि अगर परीक्षा के दौरान कोई छात्र संक्रमित होता है तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। कोणार्क बुवानीवाला ने कहा कि स्थिति पहले से अधिक खराब हो रही है और छात्रों की तैयारियां नहीं है। कई राज्यों ने पहले ही परीक्षा को रद्द कर दिया है, इसलिए अग्रवाल वैश्य समाज स्टूडेंट आर्गेनाईजेशन केन्द्र सरकार व यूजीसी से अपने इस फैसले पर पुर्नविचार करते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग करता है।
(रिपोर्टःयोगेश अग्रवाल.9810366590)