
क्या कहते हैं हरियाणा के गृहमंत्रीः इस मामले मेें हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि दिल्ली के निज़ामुद्दीन में जो घटना सामने आई है ये देश की धज्जियां उड़ा देने वाली घटना है। प्रधानमंत्री ने हाथ जोड़कर सबसे सहयोग मांगा था, लेकिन कुछ लोगों पर इसका असर नहीं पड़ रहा है। मैंने प्रदेश के गृह सचिव को इस मामले की जांच करके हरियाणा से कितने लोग इसमे शामिल हुए हैं, पता लगाने के लिए कहा है, जो भी जानकारी आएगी, उसके बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
64 साल के शख्स की मौत के बाद हुआ खुलासाः निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज में हजार से ज्यादा लोगों के शामिल होने के मामले का खुलासा तब हुआ, जब दिल्ली में 64 साल के एक शख्स की मौत हुई। यह शख्स कोरोना पॉजिटिव मिला था. इसके बाद 33 लोगों को भर्ती कराया गया, जिसमें से कुछ कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद प्रशासन हरकत में आया और पूरे सेंटर को खाली कराया गया।
कौन कौन से प्रदेशों से आए थे लोगः दिल्ली पुलिस की टीम को निज़ामुद्दीन मामले में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। निज़ामुद्दीन इलाके में तब्लीगी-ए-जमात के वक्त करीब 1830 लोग शामिल हुए थे। देश के कई राज्यों से इस कार्यक्रम में शामिल होने आए लोगों के बारे में भी जानकारी मिली है। इस कार्यक्रम में असम से 216, 109 महाराष्ट्र से, 22 हरियाणा से, 15 ओड़िशा से, 9 पंजाब से, 46 रांची से, 346 उत्तराखंड से, 73 पश्चिम बंगाल से, 156 उत्तरप्रदेश से, 19 राजस्थान से, 107 मध्यप्रदेश, 15 केरल, 15 हिमाचल, 86 बिहार, 21 अंडमान, 501 तमिलनाडु, 45 कर्नाटक और 55 लोग हैदराबाद से आए थे।