
नवभास्कर न्यूज.बल्लभगढ़(10 अप्रैल): राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गुलशन डंग ने प्रदेश सरकार द्वारा फ्लिपकार्ट कंपनी को अपने कारोबार के लिए 140 एकड़ भूमि देने और एमेजॉन को उसी तर्ज पर गुरुग्राम में ही भूमि देने के प्रस्ताव की कड़ी निंदा की है। गुलशन डंग आज बल्लभगढ़ में चावला कॉलोनी स्थिती अग्रवाल धर्मशाला में आयोजित व्यापारी जिला व्यापारी सम्मेलन में बोल रहें थे।

समारोह की अध्यक्षता नवनियुक्त जिलाध्यक्ष अशोक गांधी एवं प्रदेश उपाध्यक्ष विजय जैन व प्रवीण गर्ग ने की। व्यापारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि व्यापार संगठन शुरू से ही ई-कॉमर्स कंपनियों का विरोध करती रही है क्योंकि इससे छोटे व्यापारियों का कारोबार खत्म होने के कगार पर पहुंच जाएगा। एक तरफ जहां केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीनों कृषि काले कानूनों से देशभर का किसान प्रताडि़त है वहीं इन उक्त कंपनियों को जमीन दिए जाने पर व्यापारी वर्ग बर्बाद हो जाएगा। गुलशन डंग ने कहा कि गेहूं के सीजन में बारदाने की भारी किल्लत की वजह से सरकार द्वारा गेहूं की खरीद नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार द्वारा जिला अधिकारियों के माध्यम से आढ़तियों को फरमान दिया गया है कि किसान अपनी फसलें अडानी के ढांड स्थित गोदामों में ले जाएं, वहां बारदाने की आवश्यकता ही नहीं है। अब जब अनाज मंडियों में आढ़ती पहले ही गेहूं खरीद के लिए उपलब्ध हैं तो प्रदेश के डिपो होल्डरों को सरकार द्वारा कच्चे आढ़तियों का लाइसेंस देकर प्राइवेट कंपनियों के लिए गेहूं खरीद को क्यों अधिकृत किया जा रहा है। गठबंधन सरकार के ऐसे निर्णय परोक्ष रूप से केवलमात्र बड़े औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाना ही है। गुलशन डंग ने कहा कि देशभर का खुदरा बाजार ई-कॉमर्स कम्पनियों के चंगुल में फंस चुका है, खुदरा व्यापारी बर्बाद हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से उनका संगठन ई-कॉमर्स व्यापार पर अतिरिक्त टैक्स लगाने की मांग कर रहा है ताकि बर्बाद होते खुदरा व्यापार को बचाया जा सकें। लेकिन ये दु:ख का विषय है कि टैक्स तो दूर सरकार इसके उल्ट उन्हें बेशकिमती जमीने देकर उनके पांव और मजबूत कर रही है। उन्होंने कहा कि कोविड की वजह से पूरा देश दोबारा लॉकडाऊन के मुहाने पर खड़ा है। पिछले वर्ष की बर्बादी से व्यापारी वर्ग को अभी तक कोई राहत नहीं मिली है और अब फिर से लॉकडाऊन का खतरा भी बढऩे लगा है। व्यापारी नेता ने कहा कि फ्लिपकार्ट एवं एमेजॉन सहित तमाम विदेशी कंपनियों के साथ भारत के लगभग 7 करोड़ व्यापारी अपना व्यापार बचाने का संघर्ष कर रहे हैं। देशभर के व्यापारियों को बचाने के लिए ई-कॉमर्स व्यापार के लिए तुरंत ई-कॉमर्स पालिसी जारी हो। ई-कॉमर्स व्यापार पर नजर रखने के लिए एक रेगुलेटरी अथॉरिटी का गठन हो। घरेलू व्यापार के लिए एक राष्ट्रीय व्यापार नीति की घोषणा हो तथा विदेशी कम्पनियों को प्रदेश सरकार द्वारा जमीन दिए जाने का फरमान भी वापिस हो। गुलशन डंग ने कहा कि केन्द्र सरकार इन मांगों पर तुरंत ध्यान दें ताकि देशभर के व्यापार को बचाया जा सकें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन देशभर के घरेलू व्यापार को बचाने के लिए ई-कॉमर्स सहित अन्य विदेशी कंपनियों के आक्रमण से मुक्त कराने के लिए कृत संकल्प हैं।

समारोह में कोविड के दौरान सामाजिक क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले व्यापारियों को सम्मानित भी किया गया और फरीदाबाद में पूरे जिले की कार्यकारिणी बनाने की जिम्मेदारी नवनियुक्त पदाधिकारियों को दी गई! इस मौके पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य साहिल मग्गू,बसंत विरमानी,संत गोपाल,रमणीक प्रभाकर,वासुदेव अरोड़ा,जगत मदान,निर्मल कुलश्रेष्ठ व
संजय गुप्ता के अलावा अमित मदान, औमप्रकाश कालरा, केदारनाथ अग्रवाल, अशोक गुप्ता, अशोक अरोड़ा, विनोद अग्रवाल, अनिल कालरा, सतपाल छाबड़ा, अशोक सेठी, जयदेव, नंदलाल कालरा, विजय अरोड़ा, महेन्द्र अरोड़ा, राकेश विरमानी, संजय विरमानी, सुनील विरमानी सहित अनेक व्यापारी उपस्थित थे।
(रिपोर्टःयोगेश अग्रवाल.9810366590)
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