
नवभास्कर न्यूज. मथुराः जैन हॉस्पिटल मथुरा में एक महिला को प्रसव के दौरान दो जुंडवा बच्चे होने से रक्तचाप हो गया। जिसके चलते उसकी हालत खराब हो गई, और विशेष तरीके से हुए रक्त चाप के चलते महिला की हालत चिंता जनक हो गई और उसका हीमो ग्लोबिन बहुत ही कम हो गया।डॉ ने जब महिला का ब्लड चेक किया तो पता चला उसका ग्रुप ( A-) ए नेगेटिव है जो की हजारों लोगों में भी नहीं मिलता है। रिश्तेदारों से खून चढ़ाने की बोला तो उनके हाथ पैर फूल गए और अपने निजी संबंधियों और रिश्तेदारों से सम्पर्क करने के बाद जब कहीं भी खून चढ़ाने के लिए नहीं मिला तो मथुरा की ब्लड बैंको में सम्पर्क साधा गया तो वहांं ए नेगेटिव खून की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई। इसके बाद परिवार ने सोशल मीडिया का सहारा लेने के साथ गूगल पर सर्च किया। सर्च में सरकारी रक्तदाता सूची में अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के पदाधिकारियों की लिस्ट मिली तो तुरंत ही अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के महामंत्री हृदयेश सिंह से सम्पर्क किया गया। हृदयेश सिंह ने कहा कि कि मैं इस समय भारत में नहीं हूं लेकिन आप को खून जरूर मिल जायेगा। उन्होंने अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के उत्तर प्रदेश महासचिव मोहन श्याम शर्मा को मोबाईल से सम्पर्क साधा और उन्हें लाइफ केयर ब्लड बैंक NH 2 हाईवे मथुरा पर बुला कर निर्देशक बृजेश शर्मा के निर्देशन में उनसे रक्त लेकर प्रसुतिका की जान बचाई जा सकी। हृदयेश सिंह ने बताया कि ट्रस्ट के राष्ट्रीय प्रभारी धर्मेन्द्र चौधरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुंवर लखन रावत, राष्ट्रीय महासचिव महेश शर्मा, मीडिया प्रभारी संजय शर्मा, दिनेश प्रसाद, सुदर्शन सिंह आदि तुरंत ही एक दूसरे से जुड़े व खून का इंतजाम कर महिला की जान बचाने में कामयाब हो गए।
ऐसे व्यक्तियों से प्रेरणा मिलती है की रक्तदान जीवन का वह महत्वपूर्ण दान होता है जिससे किसी भी व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। हृदयेश सिंह ने कहा कि हर व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए अपने लिए तो सभी जीते हैं असली जीवन तो परोपकार के उद्देश्य से जीने में है और हमारे मार्ग दर्शक सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफेसर डॉ एमपी सिंह और एम वी एन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजीव रतन फार्मेसी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ तरुण विरमानी है।
(रिपोर्टःयोगेश अग्रवाल.9810366590)